Jharkhand PGT Teacher Syllabus 2023: Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) has released the Jharkhand Post Graduate Trained Teacher Competitive Examination 2023 Syllabus. You Can Download This Syllabus in PDF.
👨🏫 Exam Name |
Jharkhand Post Graduate Trained Teacher Competitive Examination-2022 ( PGT Teacher ) |
🏢 Organization |
Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) |
🔢 Total Posts |
3120 |
🎓 Qualification |
Post Graduate + B.Ed In Relevant Subject |
🌐 Application Process |
Online |
💵 Application Fee |
100 And 50 |
🟢 Start Date |
05 April 2023 |
🛑 Last Date |
04 May 2023 |
📝 Examination Date |
Coming Soon |
परीक्षा का स्वरूप
आयोग द्वारा कम्प्यूटर आधारित परीक्षा CBT ली जायेगी तथा किसी विषय की परीक्षा यदि विभिन्न समूहो में लिया जाता है तो अभ्यर्थियों के प्राप्तांक का Normalisation किया जायेगा। Normalisation का सूत्र अलग से आयोग के वेबसाईट पर प्रकाशित है। कम्प्यूटर आधारित परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थियों की मेधा सूची उनके प्राप्तांक के Normalised अंक के आधार पर तैयार किया जायेगा तथा परीक्षाफल प्रकाशन के पश्चात उन्हें Normalised अंक ही दिया जायेगा।
परीक्षा का स्वरूप एवं पाठ्यक्रम:-
- परीक्षा एक चरण (मुख्य परीक्षा) में ली जायेगी।
- परीक्षा में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय उत्तर युक्त होंगे। प्रश्न पत्र-(1) में एक प्रश्न का पूर्ण अंक 1 (एक) रहेगा, जबकि प्रश्न पत्र- (2) में एक प्रश्न का पूर्ण अंक 2 (दो) होगा।
- प्रश्न पत्र- 1 एवं प्रश्न पत्र- 2 में गलत उत्तर के लिए अंकों की कटोती नही की जाएगी ।
मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा के लिए दो पत्र होंगे। यह परीक्षा दो पालियों में ली जायेगी। प्रत्यके पत्र के परीक्षा की अवधि 3 घंटा की होगी। प्रश्न पत्र- (1) में स्नातक स्तर के प्रश्न पूछे जायेंगे जबकि प्रश्न पत्र- (2) में प्रश्न स्नातकोत्तर स्तरीय होंगे।
पत्र-1 |
सामान्य ज्ञान एवं हिन्दी भाषा की परीक्षा |
100 अंक |
पत्र-2 |
जिस विषय में नियुक्ति होने है उस विषय की परीक्षा |
300 अंक |
पत्र – 1 (सामान्य ज्ञान एवं हिन्दी भाषा की परीक्षा)
(I) सामान्य ज्ञान :- |
(क) सामान्य अध्ययन:- इसमें प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी की सामान्य जानकारी तथा समाज में उनके अनुप्रयोग के सम्बन्ध में उसकी योग्यता की जाँच करना होगा। वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलोकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मामलों की जानकारी जिसे रखने की किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। इसमें झारखण्ड, भारत और पड़ोसी देशों के संबंध में विशेष रूप से यथा संभव प्रश्न पूछे जा सकते है। सम-सामायिक विषय- वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएं पुस्तक, लिपि, राजधानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्वपूर्ण घटनाएं। भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, पर्यावरण, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आन्दाले न, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएं एवं भारत का संविधान एवं राज्य व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पंचवर्षीय योजना। झारखण्ड राज्य की भौगोलिक स्थिति एवं राजनीतिक स्थिति की सामान्य जानकारी। |
(ख) सामान्य विज्ञान:- सामान्य विज्ञान के प्रश्न पत्र में दिन-प्रतिदिन के अवलोकन एवं अनुभव पर आधारित विज्ञान की सामान्य समक्ष एवं परिबोध से संबंधित प्रश्न रहेंगे, जैसा कि एक सुशिक्षित व्यक्ति से, जिसने किसी विज्ञान विषय का विशेष अध्ययन नहीं किया हो, अपेक्षित है। |
(ग) सामान्य गणित:- इस विषय में सामान्यतः अंक गणित, प्राथमिक बीजगणित, ज्यामिति, सामान्य त्रिकोणमिति, क्षेत्रमिति से संबंधित प्रश्न रहेंगे। सामान्यतः इसमें मैट्रिक/10वी॰ कक्षा स्तर के प्रश्न रहेंगे। |
(घ) मानसिक क्षमता जाँच:- इसमें शब्दिक एवं गैर शब्दिक दोनो प्रकार के प्रश्न रहेंगे। इस घटक में निम्न से संबंधित यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते है- सादृष्य समानता एवं भिन्नता, स्थान कल्पना, समस्या समाधान, विश्लेषण, दृश्य स्मृति, विभेद अवलोकन, संबंध अवधारणा, अंक गणितीय तर्कशक्ति, अंक गणितीय संख्या श्रृंखला एवं कूट लेखन तथा कूट व्याख्या इत्यादि। |
(ड॰) कम्प्यूटर का मूलभतू ज्ञान (Fundamenal knowledge of Computer):- इसमें कम्प्यूटर के विभिन्न उपकरणों, एम॰ एस॰ विन्डो ऑपरेटिंग सिस्टम, एम॰ एस॰ ऑंफिस एवं इंटरनेट संचालन की विधि की जानकारी से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते है। |
(च) झारखण्ड राज्य के भूगोल, इतिहास, सभ्यता संस्कृति, भाषा-साहित्य, स्थान, खान खनिज, उद्योग, राष्ट्रीय आंदोलन में झारखण्ड का योगदान, विकास योजनाएँ, खले -खिलाड़ी, व्यक्तित्व, नागरिक उपलब्धियाँ,, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व के विषय इत्यादि। |
(II) हिन्दी भाषा ज्ञान:- |
हिन्दी भाषा ज्ञान के अधीन हिन्दी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न पूछे जायेंगे। |
पत्र – 2 (जिस विषय में नियुक्ति होनी है उस विषय की परीक्षा)
- विभिन्न विषयों के लिए प्रश्न पत्र-2 का विस्तृत पाठ्यक्रम परिशिष्ट-XIII के रूप में संलग्न है।
मुख्य परीक्षा के आधार पर मेधा सूची का निर्माण :- |
(I) प्रश्न पत्र-1 अर्हक (Qualifying) प्रश्न पत्र होगा, अर्थात् इसमें मात्र न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। जिन अभ्यर्थियों द्वारा 33 प्रतिशत अंक प्राप्त नहीं किया जाता है, उनके प्रश्न पत्र-2 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्याकंन नहीं किया जायेगा। प्रश्न पत्र-1 में स्नातक स्तर के प्रश्न पूछे जायेंगे। |
(II) प्रश्न पत्र-2 स्नातकोत्तर स्तरीय होगा तथा प्रश्न पत्र-2 में प्राप्त प्राप्तांक के आधार पर मेधा सूची तैयार की जायेगी परन्तु यह कि न्यूनतम अंक 50 प्रतिशत लाना अनिवार्य होगा। अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के उम्मीद्वार हेतु 45 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। यह मेधा सूची स्नातकोत्तर प्रशिक्षित पद पर नियुक्ति का आधार होगी। प्रश्न पत्र-1 एवं प्रश्न पत्र-2 वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय होगा। |
प्राप्त मेधा सूची के आधार पर अभ्यर्थियों के शैक्षणिक/ प्रशैक्षणिक/ जाति प्रमाण पत्रों की जाँच करते हुए +2 विद्यालयों में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के रिक्त पदों के विरूद्ध नियुक्ति एवं पदस्थापन हेतु नियमावली में गठित राज्य स्तरीय स्थापना समिति होगी। |
मेधा-सूची में एक से अधिक उम्मीदवारों के प्राप्ताकं समान (Equal Marks) रहने पर मेधा का निर्धारण उम्मीदवारों की जन्म तिथि के आधार पर किया जायेगा तथा अभ्यर्थी, जिनकी उम्र ज्यादा होगी, उन्हे अपेक्षाकृत ऊपर स्थान मिलेगा। यदि एक से अधिक उम्मीदवारों के प्राप्ताकं और जन्म तिथि समान पायी जाती है, तो ऐसी स्थिति में जिस विषय में नियुक्ति होनी है स्नातकोत्तर की परीक्षा में उस विषय में प्राप्त अकों के आधार पर वरीयता का निर्धारण किया जायेगा, अर्थात जिस विषय में नियुक्ति होनी है उस विषय की स्नातकोत्तर परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को मेधाक्रम में ऊपर रखा जायेगा। |
मेधा के आधार पर अनारक्षित पद के लिये तैयार मेधा सूची में समान मापदंड पर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी के आने की स्थिति में उक्त अभ्यर्थी की गणना अनारक्षित वर्ग के अनुमान्य पदों के विरूद्ध की जायेगी और उनके नाम के सामने उनका आरक्षण वर्ग भी वही होगा। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार से प्राप्त अद्यतन निर्देशों का पालन किया जायेगा। |
परीक्षा में निम्न न्यूनतम अर्हताकं से कम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को मेधा-सूची में शामिल नहीं किया जायेगाः-
- अनारक्षित, आ॰ क॰ व॰, अत्यन्त पिछड़ा वर्ग (अनुसूची- I) ,पि॰ व॰ (अनुसूची- II) – 50 (पचास) प्रतिशत।
- अ॰जा॰/अ॰ज॰जा॰ – 45 (पैंतालीस) प्रतिशत।
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उपर्युक्त उप कंडिकाओं के आधार पर सामान्य मेधा-सूची तैयार की जायेगी और तदुपरान्त रिक्तियों के सापेक्ष आरक्षण कोटिवार चयन सूची गठित होगी। |
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