Jharkhand Lady Supervisor Syllabus 2023: Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) has released the syllabus of Jharkhand Lady Supervisor Competitive Examination 2023. After a thorough review of Jharkhand Lady Supervisor Syllabus and Exam Pattern, candidates can appear for the exam. Candidates can download Jharkhand Lady Supervisor Syllabus PDF by clicking on the link given below.
👮 Exam Name |
Jharkhand Lady Supervisor Competitive Examination-2023 |
🏢 Organization |
Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) |
🔢 Total Posts |
444 Posts |
🎓 Qualification |
Graduation |
🟢 Start Date |
26 September 2023 |
🛑 Last Date |
25 October 2023 |
📝 Exam Date |
Coming Soon |
परीक्षा का स्वरूप
आयोग द्वारा CBT आधारित परीक्षा ली जायेगी। परीक्षा यदि विभिन्न समूहो में लिया जाता है तो अभ्यर्थियों के प्राप्तांक का Normalisation किया जायेगा। अभ्यर्थियों की मेधा सूची उनके प्राप्तांक के Normalised अंक के आधार पर तैयार किया जायेगा तथा परीक्षाफल प्रकाशन के पश्चात उन्हें Normalised अंक ही दिया जायेगा ।
- परीक्षा का स्वरूप एवं पाठ्यक्रम :- परीक्षा एक चरण (मुख्य परीक्षा) में ली जायेगी।
परीक्षा में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय उत्तर युक्त होंगे। एक प्रश्न का पूर्ण अंक 3 ( तीन ) होगा। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 3 (तीन) अंक दिये जायेंगे तथा प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 (एक) अंक की कटौती की जायेगी । |
- नोट:- भाषा विषयों को छोड़कर अन्य विषयों के प्रश्न हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में होंगे।
मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा के लिए तीन पत्र होंगे। यह परीक्षा तीन पालियों में ली जायेगी। इसमें निम्न विषय रहेंगे:-
पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)
कुल प्रश्न- 120, परीक्षा अवधि – 2 घंटा |
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान |
60 प्रश्न |
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान |
60 प्रश्न |
भाषा ज्ञान में प्राप्त अंक मात्र अर्हक (Qualifying) होगा, जिसमें उत्तीर्ण होने के लिए हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा ज्ञान में प्राप्त अंको को जोड़ कर 30% अंक प्राप्त करना निर्धारित रहेगा। इस पत्र में प्राप्त अंक मेघा निर्धारण के लिए नहीं जोड़ा जायेगा।
पत्र – 2 जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा
कुल प्रश्न- 100, परीक्षा अवधि- 2 घंटा |
हिन्दी / अंग्रेजी / उर्दू/ संथाली / बंगला / मुण्डारी (मुण्डा)/ हो/ खड़िया / कुडुख (उरांव) / कुरमाली / खोरठा / नागपुरी / पंचपरगनिया / उड़िया / संस्कृत में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे। |
चिन्हित जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा में 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। |
पत्र – 3
तकनीकी / विशिष्ट विषय एवं सामान्य ज्ञान की परीक्षा कुल प्रश्न- 150, परीक्षा अवधि- 2 घंटा 30 मिनट |
(क) तकनीकी / विशिष्ट विषय |
100 प्रश्न |
(ख) सामान्य अध्ययन 20 प्रश्न |
20 प्रश्न |
(ग) सामान्य गणित 20 प्रश्न |
20 प्रश्न |
(ख) सामान्य विज्ञान 10 प्रश्न |
10 प्रश्न |
तकनीकी / विशिष्ट विषय में 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। |
टिप्पणी:- पत्र -1, पत्र – 2 एवं पत्र – 3 प्रत्येक पत्र में न्यूनतम अर्हतांक 30% (तीस प्रतिशत) अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। इससे कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए चयन हेतु असफल / अयोग्य माने जायेंगे तथा ऐसे अभ्यर्थियों के पत्र – 2 एवं पत्र -3 का मूल्यांकन नहीं किया जायेगा। इसी तरह चिन्हित क्षेत्रीय / जनजातीय भाषा प्रश्न पत्र -2 में 30 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र-3 का मूल्यांकन नहीं किया जायेगा।
मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम
पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान:- |
हिन्दी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न |
30 प्रश्न |
हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न |
30 प्रश्न |
इस विषय में हिन्दी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे। |
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान:- |
अंग्रेजी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न |
30 प्रश्न |
अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न |
30 प्रश्न |
इस विषय में अंग्रेजी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे। |
पत्र – 2 (क्षेत्रीय भाषा)
हिन्दी / अंग्रेजी / संस्कृत / उर्दू/ संथाली / बंगला / मुण्डारी (मुण्डा)/ हो/ खड़िया / कुडुख (उरांव) / कुरमाली / खोरठा / नागपुरी / पंचपरगनिया / उड़िया में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे। |
संताली भाषा
खण्ड ‘क’ |
(i) व्याकरण – भाषा परिचय, संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, क्रिया, काल, विशेषण अव्यय, प्रत्यय, पहेलियाँ मुहावरे, भेनताकाथा, बुझोबोल, कुद्रुम, सजीव-निजींव, समोच्चरण भिनार्थक अर्थ, लकोक्ति। |
खण्ड ‘ख’ |
(ii) साहित्य |
- संताली लोक साहित्य – अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, संतालों का उद्भव और विकास, गोत्र विभाजन, गाढ़ विभाजन, पर्वत्यौहार, संस्कार विवाह, मृत्यू।
- लोक गीत – डाहार, बाहा, सोहराय काराम, दोङ, विवाह, दाँसाय।
- संताली शिष्ट साहित्य – कविता-कुङकुरुबुद, (हरिहर हाँसदा), साँवहेंत्, (बादल मुर्मू), माराडो:, (सारदा प्रसाद किस्कू ), सेंगेल, बिरसा मुण्डा, (के० सी० टुडू), तुपुनघाट, (रघुनाथ टुडू), साना (डमन हाँसदा), राहला रिमिल (डमन हाँसदा), चेहरा (श्यामचरण हेम्ब्रम )।
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खण्ड ‘ग’ |
- लोक कथा – धारती सिरजाय काथा, मानवा सिरजाव काथा पारिस काथा, सेंदराकारका काथा, पाराब पुना काथा।
- कहानी– माड़घाटी, (दिगम्बर हाँसदा), तारा आञचार, (के० सी० टुडू), आनखा लाहा, (सोमानाथ बेसरा) काथा रेनाङ गोनोङ, (चमपावती टुडू )
- नाटक– किरिञ सिंदुर, तिलका मुरमू।
- निबंध – सिदो कान्हू हुल, बाबा तिलका माँझी हुल, डिबा किसुन हुल, बिरसा आन्दोलन, पर्व-त्यौहार, आगिल हापड़ाम कोवाः काथा।
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खड़िया भाषा
खण्ड ‘क’ |
व्याकरण – वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य, वाच्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, पर्यायवाची शब्द । |
खण्ड ‘ख’ |
पद्य साहित्य |
(1) लोकगीत– खड़िया लोकगीत की परिभाषा, वर्गीकरण 10 विविध लोकगीत |
(2) शिष्टगीत– |
- सेनेल – नुक्स केरके’ट्टा
- जोहार – प्यारा केरके’ट्टा
- गलगाथा क्रूस दारू तो’मलुङ ताय – पादरी सामुएल बागे
- दुरङनानिङ आलोङनानिङ दारू तेगा – श्री सामुएल बागे
- ए अपा
- सेनेल
- धाइन तेरतेले
- कि’तुङ’ अपा
- उमिञ चोना – डॉ. अनिल वीरेन्द्र कुल्लू
- भंइहर पौ’दा – सुं. प्रफुल्ल सोरेङ
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(3) कविताएँ- |
- लमलम – प्यारा केरके’ट्टा
- 26 जनवरी – प्यारा केरके’ट्टा
- महाजियोम गाँधी- प्यारा केरके’ट्टा
- झाड़ी धरम मोञ – प्यारा केरके’ट्टा
- किनिर- प्यारा केरके’ट्टा
- घोल मोलोय अगस्त
- लोटा’ डा – मेरी एस. सोरेङ
- नेडा’ साड़ा
- बेताङ
- आदिवासी अम’ कहनी
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खण्ड ‘ग’ |
खड़िया गद्य साहित्य |
(1) लोक कथा :- (दस लोककथाएँ) – अनुष्ठान संबंधी कथाएँ, हास्य-व्यंग्यपूर्ण कथाएँ, अलौकिक तत्वों से युक्त कथाएँ, पशु-पक्षी संबंधी कथाएँ, सामाजिक कथाएँ तथा परी कथाएँ। |
- सुगी ओडो’ मुनी
- कुली बूढ़ी
- ढेला रो उल’
- कोन्होर से लोङगोय
- टेटेटोहों’ज
- साँखी रो कोइली
- कोनजो’ के’ढिङ
- चुटिया रो केंडो’ड
- कुरकुर से बेइचडोम
- लिटिया ओडो, चुटिया
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(2) शिष्ट कहानी (आधुनिक कहानियाँ) |
- मोञ बिता ला’ज – प्रो० मेरी एस० सोरेङ
- लूर धो’ मसटर – सु० पतरस बा’
- बोरजा’ – प्रो. मेरी एस० सोरेङ
- बुधवा’ कोरमो – सु. पतरस बा’
- महाकिमिन – सु. कुमार बा’
- जिनगी उम बोनेता बायना होयता – सु. जुएल सोरेङ
- राजा बेटा’ बराकाईत – श्री जुलिमुस बा’
- इना सुग्गी उम तोरो’ताम – रोज टेटे
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(3 ) खड़िया नाटक:- सिलिम खोड़ी या’ सोमरा – इलियस बा’ |
(4) साहित्यिक निबंध:- |
- प्यारा केरकेट्टा
- जुलियस बा’
- डॉ० रोज केरके’ट्टा
- डॉ० माथियस डुङडुङ
- डॉ० जोवा किम डुङडुङ
- डॉ० आर. पी. साहू
- डॉ० अनिल वीरेन्द्र कुल्लू
- डॉ० मेरी एस. सोरेङ
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Odia Language and Literature
1. Grammar :- |
Barna, Shabdagathana, Linga, Bachana, Karaka, Bibhakti, Sandhi, Samasa, Yugma Shabda, Bhinnarthaka Shabda, Anekarthaka Shabda, Biparitarthaka Shabda, Krudanta, Taddhita O Chhanda, Alankara. |
2. Bhasha Bhaga:- |
- Bhasha
- Upabhasha
- Bhasha Parivartanara Karana O Diga
- Dhwoni Parivartanara Karana O Diga
- Artha Parivartanara Karana O Diga
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3. Padya Bhaga:- |
- Loka Geeta (Doli Geeta, Karama Geeta, Tusu Geeta, Bibaha Geeta O Kandana Geeta)
- Shrimad Bhagbat – Jagannath Das
- Rasakallola – Dinakrushna Das
- Tapaswini -Gangadhara Meher
- Kishora Chandrananda Champu – Kabisurya Baladeva Rath
- Kalijai -Godabarisha Mishra
- Kara Kavita -Gopabandhu Das
- Shriyachandaluni – Radhamohan Gadnayak
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4. Gadya Bhaga:- |
- Loka Kahani (Rupakatha, Upakatha, Osha O Bratakatha, Pashupakhyira Katha)
- Rebati – Fakir Mohan Senapati
- Aneka Smita Hasa – Manoj Das
- Chha Mana Atha Guntha – Fakir Mohan Senapati
- Paraja – Gopinatha Mahanti
- Konarka – Ashwini Kumar Ghosh
- Ghara Sangsara – Rama Chandra Mishra
- Abishkara – Manoranjan Das
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पंचपरगनिया
खण्ड ‘क’ |
व्याकरण : – वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य, वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, ऊनार्थक शब्द । |
खण्ड ‘ख’ |
पद्य साहित्य |
लोकगीत:- |
- पंचपरगनिया लोकगीत
- लोकगीत की परिभाषा और महत्व
- पंचपरगनिया लोकगीतों की विशेषताएँ
- पंचपरगनिया लोकगीतों में भाव, रस, छंद और कला सुन्दरइ
- पंचपरगनिया लोकगीतों में प्रकृति चित्रण
- पंचपरगनिया करम गीतों के प्रकार
- पंचपरगनिया विवाह गीतों का वर्गीकरण
- पंचपरगनिया टुसू गीतों का वर्गीकरण
- पंचपरगनिया विवाह गीतों का भाव सौन्दर्य
- संहरइ गीतों का वर्गीकरण।
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शिष्टगीत / कविताएँ- |
- सावन मास – सृष्टिधर महतो ‘समीर’
- झागड़ा – सृष्टिधर महतो ‘समीर’
- रायन बध – डॉ० चन्द्रमोहन महतो
- जीवन पथेक फूल – परमानन्द महतो
- जीवन पथेक फूल – राजकिशोर सिंह
- बांबरा (कविता संग्रह) – दिनबंधु महतो एवं परमानन्द महतो
- महुआ रस – सहोदर खंडित
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खण्ड ‘ग’ |
लोककथा:- पंचपरगनिया लोककथा, संपादक-परमानन्द महतो |
- करमा धरमा केर काथा
- बारहा आर भालू
- सतनाराइन काथा
- जितुआ बरत केर काथा
- बिएजरी आर पाँचपरी
- ठकुआ आर मिखुआ
- मामा-भगिना
- बिन बापेक छुआ
- पँठी सनी
- चालाक बिलाइ
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नाटक:-1. इंजत – राजकिशोर सिंह |
शिष्टकहानी:- जदि एसन इतक हले का हतक- संतोष साहु ‘प्रीतम’ |
साहित्यकार:- |
- ज्योतिलाल महादानी
- परमानन्द महतो
- राजकिशोर सिंह
- सृष्टिधर महतो
- संतोष साहु ‘प्रीतम’
- दीनबंधु महतो
- चन्द्रमोहन महतो
- करमचन्द अहीर
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नागपुरी भाषा
खण्ड- ‘क’ |
व्याकरण :- वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य, वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, ऊनार्थक शब्द। |
खण्ड- ‘ख’ |
पद्य साहित्य |
1. नागपुरी भाषा के लोकगीत:- लोकगीत की परिभाषा, नागपुरी भाषा के लोकगीतों का वर्गीकरण, दस (10) विविध गीतों का अध्ययन। |
- संस्कार गीत – 03
- पर्व त्योहार गीत – 03
- श्रम गीत – 01
- बाल गीत – 01
- ऋतु गीत – 01
- सामान्य गीत – 01
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2. शिष्ट गीत / कविताएँ |
(क) कविताएँ |
- जागा-जागा – सी. डी. सिंह
- बिरसा तोर झ्याइद में – क्षितिज कुमार राय
- नागपुरक भाइगन – भीम महतो
- जेठ मास आति – भरत नायक
- तुलसी आउर कैक्टस – धरेन्द्र प्रवाही
- तोर बेतरा में – गिरिधारी राम गौझू ‘गिरिराज’
- नावाँ सालक नावाँ गीत – कुमारी बासन्ती
- गाँव कर सांझ – पांडे रवीन्द्र नाथ राम
- मुलुक भारत – अजीज असारी
- जगत जननी – शकुन्तला मिश्र
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(ख) गीत:- |
- पोड़िलो बरखा ऋतू – रघुनाथ नृपति
- छोडु कपटी माया – बरजु राम
- पापी प्राण छूटे नहीं झटके – महंत घांसी
- ठरू दाता दिगम्बर – घासी राम
- उमड़ि गगन घन घमंड – कवि कंचन
- अरजुन कहत बियारी – जगनिवास नारायण तिवारी
- संवत पैंसठी साल – दृगपाल राम देवघरिया
- कड़कि उठलक तलवारी – प्रफुल्ल कुमार राय
- सावन घटा – नईमउद्दीन मिरदाहा
- आजादी खातिर – रणविजय नाथ शाहदेव
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खण्ड- ‘ग’ |
गद्य साहित्य |
1. नागपुरी लोककथा:- नागपुरी भाषा की कोई दस (10) लोककथाएँ- |
- कंगन आउर चुरी
- भाइय कर खेइल
- टुसुट भेंडा
- मयना आउर बुट
- बेलमइत रानी
- कमल आउर केतकी
- चोचा चरइ आउर राजा
- छोटकी रानी
- बनहरिनी कर बेटा
- बिन्दुलिया रानी
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2. शिष्ट कथाएँ:- नागपुरी भाषा की आठ आधुनिक कहानियाँ:- |
- एक चकता रउद – प्रफुल्ल कुमार राय
- बिंझिया – शारदा प्रसाद शर्मा
- रद्दी कागज – डॉ. बी.पी. केशरी
- क्रिसमस कर सांझ – डॉ कुमारी बसन्ती
- भोटांग डहर – पंचम साहु
- मनपुरन – रणविजय नाथ शाहदेव
- भाइग – प्रमोद कुमार राय
- मांदी – डॉ. उमेश नंद तिवारी
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3. नाटक:– ठाकुर विश्वनाथ साही – डॉ. विसेश्वर प्रसाद केशरी |
4. साहित्यिक निबंध:- नागपुरी भाषा के किन्हीं आठ (8) साहित्यकारों का जीवन-परिचय एवं उनकी कृतियों का अध्ययन:- |
नागपुरी के साहित्यिक निबंध |
- प्रफुल्ल कुमार राय
- मृत्युंजय नाथ शर्मा
- कवि रत्न शारदा प्रसाद शर्मा
- सहनी उपेन्द्र पाल नहन
- डॉ बी.पी. केशरी
- नईमउद्दीन मिरदाहा
- डॉ. गिरिधारी राम गौंझू ‘गिरिराज’
- डॉ. कुमारी वासंती
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कुरमाली
खण्ड ‘क’ |
व्याकरणः– वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य, वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, ऊनार्थक शब्द । |
खण्ड ‘ख’ |
गद्य साहित्य |
1. लोककथा:- |
- बांदना (सेंहरेइ परब)
- टसर राजा
- निसारथि के भगवान सारथि
- साधन
- लिलुक कसनि
- माछेक हांसी
- पुइतू
- सियारेक मांदेइर
- राजा घारे बिहा
- धीरजे कारज सिद्ध
|
2. आधुनिक कहानी |
- छटपटी – बसंत कुमार मेहता
- बानछा – डॉ० एच० एन० सिंह
- दिसा – निरंजन माहतअ
- ढेंकी सांप – सुनिल माहतअ
- धखा – अनन्त माहतअ
- धनेक गरब – डॉ० एच० एन० सिंह
- मकरी – डॉ० एच० एन० सिंह
- गाछ भगवान – डॉ० एच० एन० सिंह
|
3. नाटक:– केरिआ बहु- कालिपद महतो |
4. साहित्यकार:- डॉ० नन्द्र किशोर सिंह, लखीकान्त महतो, केशव चन्द्र महतो, बसन्त कुमार मेहता, अनन्त महतो, डॉ० मानसिंह महतो, खुदी राम महतो, डॉ० हरदेव नारायण सिंह । |
खण्ड ‘ग’ |
पद्य साहित्य |
1. लोकगीत:– लोकगीत की परिभाषा, कुरमाली लोकगीतों का वर्गीकरण कुरमाली लोकगीत – विवाहगीत, डमकच, उधवागीत, ढपगीत डांइड़धरा गीत (पांतागीत), करम, एढ़ेइया, बादंना (सोहराई), खेलगीत, बालगीत (छवा भुला गीत) |
2. शिष्ट गीत |
- “जे विधि जनम देला, ताहा के बिसरी गेला।”
- “सयने सपने देखी, पलके ना परे आँखी।”
- “रितु बंसत भेल, गर पिया काहां गेल ।”
- “लाल कमल दहे, फूल माला उपजये।”
- “वृन्दावने फुटीगेला, नाना जाति फूल गो।
- “भादर मासे सैंया मर पड़ली बेजार, इामें नाचब कइसे।”
- “सुइया मुही बुढ़ियांइ, जीवने सांतावली गो।” – भीमचरण
- “पिया पिया जातिया, बरसा बिती गेल रे।” – बाउलदास
- “आवल माधव बहे मन्द पवनवा।”- तुलसीदास
- “आवल बरिसा हित, हुदकी उठल चित्त।”
|
आधुनिक कविताएँ : |
- उड़ीस
- जागरण
- गनति
- एकटा गाछे दुइटि चेरेइ
- जाहाँक झांक तारि
- भगुआ पिंधाक तरहअ
- बिडुल
- बिसरिस ना मांइ
- धंधौरा
- तोंय कन
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Urdu Language and Literature
(A) |
(I). ZABAAN (LANGUAGE) |
- HINDUSTANI KA IRTIQA
- URDU ZABAAN KI PAIDAISH: NAZARYAAT AUR HAQAIQ KA JAIZA
- JHARKHAND KI QABAILI ELAAQAI ZABAANEN
- JHARKHAND MEN URDU
|
(B) |
(II) QAWAID (GRAMMAR) |
- MUTRADIFAT, ISM MOSAGGHAR WA MOKABBAR
- SAABIQA WA LAAHIQA, ZARBUL MASL
|
(C) |
(III) SHAYERY (POETRY) |
- (GHAZAL) ULTI HO GAYIN SAB TADBEEREN KUCHH NA DAWA NE KAAM KIYA (MEER)
- FAQEERANA AAYE SADA KAR CHALE (MEER)
- DILE NADAN TUJHE HUWA KIYA HAI (GHALIB)
- DAYAM PADA HUWA TERE DAR PER NAHIN HUN MAI (GHALIB)
- (NAZM) LENIN KHUDA KE HUZOOR MEN (IQBAL)
- EK AARZOO (IQBAL)
- NISAR MAIN TERI GALIYON KE AYE WATAN KE JAHAN (FAIZ)
- MUJH SE PAHLI SI MOHABBAT MERI MAHBOOB NA MANG (FAIZ)
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(D) |
(IV) NASR (PROSE) |
- (NOVEL) FIRE AREA (ILYAS AHMAD GADDI)
- (AFSANA) PARINDA PAKADNE WALI GADI (GHAYAS AHMAD GADDI)
- NIRVAAN (ZAKI ANWARY
- MRS. JOHN (SHEEN AKHTAR)
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खोरठा भाषा
खण्ड ‘क’ |
व्याकरण:- खोरठा भाषा का वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य, वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, उनार्थक शब्द । |
खण्ड- ‘ख’ |
पद्य साहित्य |
1. खोरठा भाषा के लोकगीत:– लोकगीत की परिभाषा, परिचय, खोरठा भाषा के लोकगीतों का वर्गीकरण, दस (10) विविध गीतों का अध्ययन। |
- संस्कार गीत (विवाह गीत, सहियारी गीत, छठियारी गीत) – 03
- पर्व-त्योहार गीत (करम गीत -2, सोहराइ गीत- 1) – 03
- श्रम गीत – 01
- बाल गीत – 01
- ऋतु गीत – 01
- सामान्य गीत – 01
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2. शिष्ट गीत / कविताएँ:- खोरता भाषा की दस (10) प्रतिनिधि कविताएँ एवं दस (10) गीत |
(क) कविताएँ:– एक पथिया डोंगल महुआ” (संकलन / संपादक- संतोष कुमार महतों) से प्रथम दस (10) कविताएँ। |
(ख) गीत:- |
- माँदइर बाजे रे, बाँसी बाजे रे – सुकुमार
- बोने पाकलइ सयाँ कोइर – दिनेश दिनमणि
- सोहान लागे रे – शांति भारत
- कते सुंदर छोटानागपुर – दीपक सवाल
- हामर भारत महान – अम्बुज कुमार
- मिली के रहिहा – प्रदीप कुमार दीपक
- साँझे हाँसइ झींगा फूल – महेन्द्र नाथ गोस्वामी
- बोन रक्षा जीवन रक्षा – अनीता कुमारी
- सेंवानिक बाउँड़ी मेला – सुभद्रा कुमारी
- जय माँय जननी – शिवनाथ प्रमाणिक
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खण्ड- ‘ग’ |
गद्य साहित्य |
1. लोककथा:- खोरठा भाषा की दस (10) लोककथाएँ:- |
- सात भाय एक बहिन
- धनेक धधइनी
- बुढ़ा बुढ़ी आर सात पीठा
- गुदपुचु रानी आर कउआ
- गोहाइल परब
- बुढ़ी आर ओकर नाती
- दु बिहाक दुरगति
- केतकी फूल
- लुइरगर बेटी छउआ
- खूँटा भितर चिंयाँ गोटा
|
2. शिष्ट कहानी :- खोरठा भाषा की आठ आधुनिक कहानियाँ:- |
- छाँहर
- हाम जीयब कइसें
- बोनेक लोर
- नावा जिमीदार
- उबार
- जिनगिक डोंआनी
- ओद दीदा
- हुब
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3. नाटक:- चाभी-काठी, लेखक – श्रीनिवास पानुरी |
4. साहित्यिक निबंध:- आठ (8) साहित्यिक निबंध |
- भाइ-बहिन के शुभ प्यार के प्रतीक परब करम (निबंध)
- फूल कर परब सरहुल आर तकर प्रासंगिकता (निबंध)
|
5. निम्नलिखित खोरठा साहित्यकारों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर निबंध :- |
भुवनेश्वर दत्त शर्मा व्याकुल, श्रीनिवास पानुरी ए.के. झा, विश्वनाथ दसौंधी ‘राज’, विश्वनाथ नागर, शिवनाथ प्रमाणिक, श्याम सुंदर महतो ‘श्याम’ |
हो भाषा
खण्ड ‘क’ |
व्याकरणः– वर्ण विचार, सज्ञा, सर्वनाम, लिंग वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य, वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, पर्यायवाची शब्दा। |
खण्ड ‘ख’ |
पद्य साहित्य |
शिष्ट गीत |
- तेतेः चन्डु
- गोलनचि बा
- अबुअ झारखण्ड
- लको बोदरा
- सिंगि
- हर्ताहसा
- जोनोम दिसुम
- दुल सुनुम जुलो चा
- अबुआ नमा भारत
- दिसुम लगिड्
|
कविताएं:- |
- गुसिया – बागुन बोदरा
- होयो गमा – पूर्णचन्द्र बिरुवा
- जिबनान बाड़ा – मदन वानरा
- हुदा समाज – सोनेया कुमार तियु
- जिबोन – नीरज जगमोहन सिंकु “चिनगारी”
- राष्ट्रीय पर्व
- जाति अन्डो दिसुम लगिङ
- हर्ताहसा रे टोंयोल
- अले जीबोन रे
- नबु दिसुम रे
|
अपनी भाषा के लोकगीत- |
- लोकगीत की परिभाषा
- अपनी भाषा के लोकगीतों का वर्गीकरण
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लोकगीत (विविध) 10 गीत (मागे गीत 3, वा गीत 4, विवाह गीत 3) |
खण्ड ‘ग’ |
गद्य साहित्य |
1. लोककथा- |
- डोंडा हो
- इच: बा
- कुला ओन्डो: बर्रान्ड
- का: ओन्डोः रमिया गरोवा
- हो ओन्डो: सेता
- काना दादा
- हपानुम
- केपरा तुयु
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2. शिष्ट कहानी- |
- मेंजारि – प्रिति तियु
- डडु चनटु – दमयन्ती पिंगुवा
- सीनी ओन्डो: अयः अपसराय किंग
- चम्पु ओन्डो दोसमा
- लोदे काका
- सेंया होरा
- सरजोम सकम (प्रदीप कुमार बोंदरा)
- हरावयन रयो दइयना
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3. नाटक:- षार होरा भाग – 2 |
4. साहित्यहिक निबंध:- |
- सामू चरण तुबिड
- डॉ० देवेन्द्र नाथ सिंकु
- डॉ० जानुम सिंह सोय
- घनश्याम गागराई
- चन्द्र मोहन पाट पिंगुवा
- डॉ0 दमयन्ती सिंकु
- डोबरो बुड़िउली
- डॉ0 प्रदीप कुमार बोदरा
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मुण्डारी भाषा
खण्ड ‘क’ |
व्याकरणः– वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाव्य, वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, समानार्थक शब्द। |
खण्ड ‘ख’ |
पद्य साहित्य |
1. लोकगीतः- |
(i) लोकगीतों की परिभाषा, लोकगीतों का वर्गीकरण |
(ii) लोकगीत- ‘बासुरी बज रही’ पुस्तक से गीत सं0- 11, 13, 214, 107, 349
– ‘अनायुम दुराङ’ पुस्तक से गीत सं0- 101, 104, 231, 252, 370 |
2. शिष्टगीत / कविताएँ- |
- ‘हिसिर पुस्तक से गीत सं0- 63, 77
- ‘सेलेद’ पुस्तक से गीत सं0- 1, 4
- बम्बरू पुस्तक से गोत सं0- 3, 4
- ‘ससं या पुस्तक में गीत सं0- 56, 61
- ‘सुड़ा संगेन पुस्तक से गीत सं0- 13
- मनोवा-मनोवा रे बिनगा बनो:अ
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खण्ड ‘ग’ |
गद्य साहित्य |
1. लोककथा- |
- बा नेग
- कराम कानि
- सोराइ
- लीमन आद् सगोसा
- होनः चतुर
- गाड़ीअ: सोंगोति
- देशेपुती राजा
- ए हनेया कोव: होन मिसी “पिरी”
- मेद आद् सोना दिदि
- गुपिन कोव: बा
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2. शिष्ट कहानी- |
- कुलाए कोअ: बलाए
- बिर होना: नावा इनुङ
- संदु आर बिंदि
- बुरू कुला सेंदेरा
- बिरसा जिमिदार कोअ:ए जगर एटे: जदा
- रइगड़ा सअः एते एरे को अउजदा
- बिरसा सिदा सिदाए सबोः तना
- पिड़ियुद चेंड़ें तुदका रेए उकु: जन रअ कानि
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3. नाटक:- मरड. गोमके जयपाल सिंह मुण्डा |
4. साहित्यकारों का जीवन परिचय एवं उनकी कृतियाँ: |
- बुद्ध बाबु
- काशीनाथ सिंह मुण्डा ‘काण्डे’
- डॉ0 रामदयाल मुण्डा
- डॉ0 मनमसीह मुण्डू
- भैयाराम मुण्डा
- डॉ0 एस. ए. बी. डी. हंस
- डॉ0 मनसिद्ध बड़ायऊद
- मेनास ओड़ेया
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Bengali language
1. GRAMMAR: KARAK, BIBHAKTI, EK BAKYA PRAKASH |
POETRY: |
A) SANCHAITA: Rabindranath Thakur |
- Parash Pathar
- Ebar Firao More
- Aamar Matha Nato Kore
- Balaka
- Eaikyataan
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B.) MADHUKARI (EDITED BY KALIDAS ROY) |
- Era Jadi Jane – Kamini Roy
- Jiban Bandana – Kaji Najrul Islam
- Aar Kichhu nahi Sadh – Budhadev Basu
- Purano Kagojer Feriwala – Premendra Mitra
- Hat – Jatindranath Sen Gupta (Kabita Sankalan)
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PROSE: |
- Krishnakanter will – Bankim Chandra Chattopadhyay
- Pather Panchali – Bibhuti Bhushan Bandopadhyay
- Mukut (Drama) – Rabindranath Thakur
- Sajano Bagan (Drama) – Manoj Mitra
- Sahityer Rup O Recti:
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Mahakabya, Geetikabya, Tragedy, Comedy. |
Literary Essay:- |
- Micheal Madhu Sudan Dutta
- Bankim Chandra Chattopadhyay
- Rabindranath Thakur
- Sharat Chandra Chattopadhyay
- Kaji Nazrul Islam
- Bibhuti Bhushan Bandopadhyay
- Tarashankar Bandopadhyay
- Jibonanando Das
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कुँडुख
खण्ड-‘क’ |
कत्थअइन:- तोडन अख़’आ, पिंञजा, उइजी पिंञजा, मे:द, गनया, ननतु’उद, गुणखी, परिया, ननना (नलङ), समका, अव्यय, वाच्य, बकपून ही ड़ाड़ा, बिड़दो बक्क, संगी बक्क। |
खण्ड -‘ख’ |
पद्य साहित्य |
1) डंडी:- डंडी ही बकसोर, डंडी घी डाडा, बेंजा डंडी, करम डंडी, खद्दी डंडी, असारी डंडी, धुडिया डंडी, जदुरा डंडी, जतरा डंडी, लुझकी डंडी, तो:कना डंडी, जेठठे डंडी। |
2) कत्थडंडी : |
टीप : |
- परिदका जातियर
- असारी करम
- अचरन ची अयंग
- ख़ेख़लन कम’आ सोना
- अड़खा-चेख़ेल
- जिया खोदख़र’ई
- छोटानागपुर
- ख़ेख़ेल ख़जंपा
- जू:ड़ी
- नीन जू:डी
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खण्ड ‘ग’ |
गद्य साहित्य |
1) खीरी : |
टीप: |
- असुरर दरा लोधरर
- कुँङखर गहि रूइदास ती भोंगना
- मुन्धता कुंडखर गहि खीरी
- चिच्च-चेंप
- करमस अरा धरमस
- पुरखर गहि कुंडी
- चन्दो अरा बी:डी
- मानी गहि दिन जीत मनी
- कुँङखर गहि नेग धरम
- लूर मलका देवान
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2) कत्थ खीरी : |
टीप : |
- अंजेला
- पचगी परिया
- कुकाय बरात
- लॉटरी
- झरियो मला झरना
- ठक’उर उन्दुल ठकरनर
- उढ़ारी
- सक्क
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3) लीला (नाटक) |
4) कत्थपंडी कत्थटूड |
उराँव साहित्यकार- |
- डॉ० निर्मल मिंज
- डॉ० हरि उराँव
- दवले कुजूर
- अहलाद र्तिकी
- इन्द्रजीत उराँव
- बिहारी लकड़ा
- बेचन उराँव
- पी०सी० बेक
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हिन्दी
1. भाषा |
- हिन्दी की उत्पत्ति
- पुरानी हिन्दी अवहट्ट
- डिंगल
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- भाषा के विभिन्न रूप:- रचनात्मक भाषा, राष्ट्रभाषा, राजभाषा, सम्पर्क भाषा, संचार भाषा।
- हिन्दी का शब्द भंडार:- तत्सम्, तद्भव, देशज, विदेशज ।
- भाषा विज्ञान:- भाषा की परिभाषा, उत्पत्ति, विकास, ध्वनि परिवर्तन और अर्थ परिवर्तन।
- साहित्य सिद्धान्त:- काव्य-लक्षण, काव्य-हेतु, काव्य-प्रयोजन, शब्द-शक्ति, रस, छंद, अंलकार।
- पाश्चात्य साहित्य सिद्धान्त:- प्लेटो, वर्ड्सवर्थ, मैथ्यू आर्नल्ड, आइ०ए० रिचर्ड्स, टी०एस, इलियट के सिद्धान्त।
- प्रयोजनमूलक हिन्दी:- अवधारणा, प्रशासनिक हिन्दी, प्रशासनिक पत्राचार, संक्षेपण, टिप्पण, प्रारूपण, प्रतिवेदन।
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2. साहित्य |
(क) काव्य |
निर्धारित कवि- विद्यापति, कबीर, सूरदास, तुलसीदास, बिहारी, रसखान, भूषण । |
(ख) काव्य वीथि |
निर्धारित कवि- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, मैथिलीशरण गुप्त, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद, रामधारी सिंह दिनकर, अज्ञेय, नागार्जुन, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और धूमिल । |
3. उपन्यास- |
क. गोदान – प्रेमचन्द।
ख. मैला आँचल – फणीश्वर नाथ रेणु।
ग. रागदरबारी – श्रीलाल शुक्ल। |
4. कहानियाँ- |
क. मधुआ – जयशंकर प्रसाद
ख. ठाकुर का कुआँ – प्रेमचन्द
ग. नीलम देश की राजकन्या – जैनेन्द्र कुमार
घ. परिन्दे – निर्मल वर्मा
ड. दिल्ली में एक मौत – कमलेश्वर
च. वापसी – उषा प्रियवंदा
छ. अभिशप्त – यशपाल
ज. मिसपाल – मोहन राकेश |
5. नाटक |
क. भारत-दुदर्शा – भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
ख. ध्रुव स्वामिनी – जयशंकर प्रसाद
ग. आधे-अधूरे – मोहन राकेश |
हिन्दी साहित्य का इतिहास- |
- हिन्दी साहित्य का इतिहास – रामचन्द्र शुक्ल
- हिन्दी साहित्य का इतिहास – सं0 डॉ0 नागेन्द्र
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व्याकरण:- संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, कारक, समास, मुहावरे। |
English Language and Literature
1. Language |
- Error Recognition
- Fill in the Blanks
- Vocabulary
- Spellings
- Grammar- Adjective, noun, pronoun, verb, subject-verb Agreement, Interchangeability of noun and Verb, Gerund, Participle, Infinitive, Adverb, tense, Clause, Transformation, Narration, Voice, Preposition.
- Sentence Structure
- Synonyms
- Antonyms
- Sentence Completion
- Idioms & Phrases
- Comprehension Passage etc.
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2. Literature |
- Novel– Old man and the Sea- Earnest Hemingway: The Painter of signs- R.K. Narayan; The Power and the Glory Graham Greene; Fasting, Feasting- Anita Desai
- Drama– The Tempest- William Shakespeare; Dr. Faustus- Christopher Marlowe; Final Solutions- Mahesh Dattani, Hayavadana- Girish Kamard.
- Poetry– Sonnet-29- William Shakespeare; The Rainbow- William Wordsworth: The Traveller Walter De La Mare: Lead Kindly Light- Cardinal Newman; the Splendour Falls- Alfred Lord Tennyson; Ode to a Nightiangle John Keats; The Hollow Men- T.s. Eliot; Telephone conversation- Wole soyinka; A River- A.K. Ramanujan.
- Short Stories– A Snake in the Grass- R.K. Narayan; The Castaway- Rabindranath Tagore: The man of the House- Frank O’Connor. The Flood- Kamala Markandaya: The country of the Blind- H.G. Wells; The basement Room- Graham Greene.
- Essay– Voluntary Poverty- M.K. Gandhi; Discipline for Daily Life- Lewis Mumford; The Civilization of To-day- C.E.M. Joad: Letter to a Teacher- Nora Rossi and Tom Cole (Trans.): Kamala Nehru- Jawaharlal Nehru.
- History of the English Language: A History of English Language- A.C. Baugh, Origins of the English Language-Joseph Willies.
- Phonetics– A Text Book of English Phonetics for Indian students- Balasubramaniam, A Course in Phonetics – P. Ladefoged.
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संस्कृत भाषा
- भाषा विज्ञान,
- संस्कृत साहित्य का इतिहास,
- वैदिक साहित्य (वेद, ब्राह्मण, आख्यक, उपनिषद्)
- वेदाङग, (शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरूक्त, ज्योतिष और छन्द)
- व्याकरण :- स्वर-व्यंजन, वर्ण, स्वर, ध्वनि, पद, वाक्य, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया विशेषण, अव्यय, शब्द रूप, धातु रूप, कृत् प्रत्यय, तद्धित प्रत्यय, स्त्री प्रत्यय, सन्धि, समास तथा वाक्य रचना पर आधारित होंगे।
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पूर्वमेघ (कालिदास), उत्तररामचरित (भवभूति), अभिज्ञान शाकुन्तलम् (चतुर्थ अंक) कादम्बरी (शुक नाशोपदेश), भिक्षुपाल वद्य (प्रथम सर्ग), किरातार्जुनीयम् (प्रथम सर्ग) तथा शिवराज विजय ग्रन्थों से भी बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे। |
शब्द रूप निम्न शब्दों के (सातों विभक्तियों में) |
बालक, लता, नदी, मुनि, गुणिन्, साधु, भवत्, अस्मद्, युस्मद्, तत् ( तीनों लिङ्गों में), सर्व, युवती. लेखनी, रेणु, पयस्, वस्तु तथा आत्मन् । |
धातु रूप (लट्, लोट्, विधि लिङ्ग, लङ तथा लृट् लकारों में) |
पठ्, गम्, दृश्, पा, हन्, भू, अस्, नृत्, लिख्, दिश, मुच्, स्था, यच्छ, शच्, तथा अर्च् । |
पत्र -3
(क) तकनीकी / विशिष्ट विषयों का पाठ्यक्रम विवरणिका की परिशिष्ट – XIII में संलग्न है। |
(ख) (i) सामान्य अध्ययनः- |
वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलोकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मामलों की जानकारी जिसे कि किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। इसमें झारखण्ड, भारत और पड़ोसी देशों के संबंध में विशेष रूप से यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सम-सामयिक विषय, वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएँ, पुस्तक, लिपि, राजधानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्त्वपूर्ण घटनाएँ। भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, पर्यावरण, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आंदोलन, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएँ एवं भारत का संविधान एवं राज्य व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास पंचवर्षीय योजना। झारखण्ड राज्य की भौगोलिक स्थिति की सामान्य जानकारी। |
झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान:- |
झारखण्ड राज्य के भूगोल, इतिहास, सभ्यता, संस्कृति, भाषा-साहित्य, स्थान, खान खनिज, उद्योग, राष्ट्रीय आंदोलन में झारखण्ड का योगदान, विकास योजनाएँ, खेल-खिलाड़ी, व्यक्तित्त्व, नागरिक उपलब्धियाँ, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व के विषय इत्यादि । |
(ii) सामान्य विज्ञान:- |
सामान्य विज्ञान के प्रश्न में दिन-प्रतिदिन के अवलोकन एवं अनुभव पर आधारित विज्ञान (कम्प्यूटर ज्ञान सहित ) की सामान्य समझ एवं परिबोध से संबंधित प्रश्न रहेंगे। जैसा कि एक सुशिक्षित व्यक्ति से जिसने किसी विज्ञान विषय का विशेष अध्ययन नहीं किया हो, अपेक्षित है। |
(iii) सामान्य गणित:- |
इस विषय में सामान्यतः अंक गणित, प्राथमिक बीजगणित, ज्यामिति, सामान्य त्रिकोणमिति, क्षेत्रमिति से संबंधित प्रश्न रहेंगे। सामान्यत: इसमें मैट्रिक / 10वीं कक्षा स्तर के प्रश्न रहेंगे। |
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