JSSC Inter Level Syllabus 2023: Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) has released the syllabus of JSSC Inter Level (Junior Clerk) Competitive Examination 2023. After a thorough review of JJSSC Inter Level (Junior Clerk) Syllabus and Exam Pattern, candidates can appear for the exam. Candidates can download JSSC Inter Level (Junior Clerk) Syllabus In PDF by clicking on the link given below.
👮 Exam Name | JSSC Inter Level Competitive Examination 2023 |
🏢 Organization | Jharkhand Staff Selection Commission (JSSC) |
🔢 Total Posts | 991 Posts |
🎓 Qualification | Graduation |
🟢 Start Date | 02 November 2023 |
🛑 Last Date | 01 December 2023 |
📝 Exam Date | Coming Soon |
परीक्षा का स्वरूप
आयोग द्वारा ओ॰एम॰आर॰ आधारित परीक्षा ली जायेगी। परीक्षा यदि विभिन्न समूहों में लिया जाता है तो अभ्यर्थियों के प्राप्तांक का Normalisation किया जायेगा एवं मेधा सची उनके प्राप्ताकं के Normalised अंक के आधार पर तैयार किया जायेगा तथा परीक्षाफल प्रकाशन के पश्चात् उन्हें Normalised अंक ही दिया जायेगा।
- परीक्षा का स्वरूप एवं पाठ्यक्रम:- परीक्षा एक चरण (मुख्य परीक्षा) में ली जायेगी।
परीक्षा में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय उत्तर युक्त होंगे। एक प्रश्न का पूर्ण अंक 3 (तीन) होगा। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 3 (तीन) अंक दिये जायेंगे तथा प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 (एक) अंक की कटौती की जायेगी। |
- नोट:- भाषा विषयों को छोड़कर अन्य विषयों के प्रश्न हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में होंगे।
मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा के लिए तीन पत्र होंगे। यह परीक्षा तीन पालियों में ली जायेगी। प्रत्येक पत्र के परीक्षा की अवधि 2 घंटा की होगी। इस में निम्न विषय रहेंगे :-
पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)
कुल प्रश्न – 120, परीक्षा अवधि – 2 घंटा
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान | 60 प्रश्न |
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान | 60 प्रश्न |
भाषा ज्ञान में प्राप्त अंक मात्र अर्हक (Qualifying) होगा, जिसमें उत्तीर्ण होने के लिए हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा ज्ञान में प्राप्त अंको को जोड़ कर 30% अंक प्राप्त करना निर्धारित रहेगा। इस पत्र में प्राप्त अंक मेधा निर्धारण के लिए नहीं जोड़ा जायेगा।
पत्र – 2 (जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा)
कुल प्रश्न-100, परीक्षा अवधि- 2 घंटा
उर्दू/संथाली/बंगला/मुण्डारी (मुण्डा)/ हो/ खड़िया/ कुडूख(उरांव)/ कुरमाली/ खोरठा/ नागपुरी/ पंचपरगनिया/उड़िया में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे। |
- नोट:- चिन्हित क्षेत्रीय/जनजातीय भाषा में 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
पत्र- 3 (सामान्य ज्ञान)
कुल प्रश्न-120, परीक्षा अवधि- 2 घंटा
(क) सामान्य अध्ययन | 30 प्रश्न |
(ख) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान | 40 प्रश्न |
(ग) कम्प्यूटर ज्ञान एवं कम्प्यूटर पर हिन्दी टंकण से संबंधित प्रश्न | 50 प्रश्न |
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टिप्पणीः- पत्र-1 (भाषा ज्ञान) की परीक्षा में न्यूनतम अर्हतांक 30% (तीस प्रतिशत) है। इससे कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए चयन हेतु असफल/अयोग्य माने जायेंगे तथा ऐसे अभ्यर्थियों के पत्र-2 एवं पत्र-3 का मूल्यांकन नहीं किया जायेगा। इसी तरह चिन्हित क्षेत्रीय/जनजातीय भाषा प्रश्न पत्र-2 में 30 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के प्रश्न पत्र-3 का मूल्यांकन नहीं किया जायेगा।
मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम
पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान:- | |
(i) हिन्दी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न | 20 प्रश्न |
(ii) हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न | 40 प्रश्न |
इस विषय में हिन्दी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे। |
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान:- | |
(i) अंग्रेजी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न | 20 प्रश्न |
(ii) अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न | 40 प्रश्न |
इस विषय में अंग्रेजी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे। |
पत्र – 2 (क्षेत्रीय भाषा)
उर्दू/संथाली/बंगला/मुण्डारी (मुण्डा)/ हो/ खड़िया/ कुडूख (उरांव)/ कुरमाली/ खोरठा/ नागपुरी/पंचपरगनिया/उड़िया में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। |
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हिन्दी
पुस्तक- आरोह भाग- 2 |
काव्य खण्ड |
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गद्य खण्ड |
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पुस्तक – वितान भाग-2 |
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जनसंचार माध्यम– रिपोर्ट, आलेख, फीचर लेखन, कार्यालयी पत्र टिप्पणी, समाचार, संपादकीय। |
व्याकरण – संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, कारक, समास, मुहावरे, निबन्ध लेखन, पत्रलेखन, विशेष लेखन। |
English Language and Literature
1. Language |
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2. Literature |
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संस्कृत
- ये प्रश्न इण्टरमीडिएट स्तर की पाठ्य पुस्तकों पर आधारित होंगे।
- झारखण्ड राज्य में इण्टर स्तर पर स्वीकृत पाठ्य पुस्तक ऋतिका (भाग-1 एवं भाग-2) के सभी पाठों के विषय तथा उनमें अनुप्रयुक्त व्याकरण सम्बन्धी प्रश्न इसमें मुख्य रूप से शामिल किये जायेंगे।
इसके अतिरिक्त शब्द रूप तथा धातु रूप इनमें शामिल होंगे-
शब्द रूप |
बालक, फल, रमा, पति, मति, वारि, नदी, शिशु, धेनु, मधु, वधू, पितृ, मातृ, कर्तृ, राजन, गच्छन, भवत् आत्मन् विद्वस, यत्, तत्, किम्, इदम्, अस्मद, युष्मद् । |
धातु रूप (लट, लोट, लूट, लड़, तथा विधि लिङ्ग लकारों में) |
पठ्, गम, लिखु, पा, स्था, दृश, अस्, भक्ष, घ्रा, हन्, श्रु, नृत्, स्पृश, चर, कथ्, कृ, ज्ञा, शक्, तथा क्री। |
अनुप्रयुक्त व्याकरण |
कर्ता, क्रियापद चयन, समानार्थक, विलोमार्थक, सर्वनाम, संज्ञा, विशेष्य, विशेषण, अलंकार, अनुप्रास, श्लेष, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा । |
कारक, उपपद विभक्ति प्रयोग, वाच्य परिवर्तन (केवल लट् लकार में) |
Urdu
1. Prose
I. Haj-e-Akbar | Premchand (Story) |
II. Bhola | Rajinder Singh Bedi (Story) |
III. Chhauti ka Joda | Asmat Chugtai. |
2. Urdu Poem
I. Jugnoo | Iqbal |
II. Kaljug | Nazeer Akbarbadi |
III. Mustaqbil | Akbar Allahabadi |
IV. Khak-e-Hind | Pandit Brijnarayan Chakbast. |
3. Urdu Grammar
I. Gender |
II. Singular |
III. Plural |
IV. Meaning |
V. Opposite |
संताली
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, सजीव-निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बुझोवोल। |
2. साहित्य |
क. संताली लोक साहित्य – अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, संतालों का उद्भव और विकास। |
ख. लोकगीत – डाहार, बाहा, सोहराय, काराम, दोड. सेरेञ। |
ग. कहानी- आगिल हापड़ाम कोवाः काथा, सोहराय, कविता, सोपोदान। |
घ. निबंध- सिदोकन्हू हुल, बाबा तिलका माँझी हुल डिबा किसुन, बिरसा हुल। |
ङ. साहित्यकार- डोमन साहु समीर, भागवत मुरमू ठाकुर, दिगम्बर हाँसदाः, ठाकुर मुरमू ठाकुर, बाबूलाल मुरमू, केवलराम सोरेन, आदित्य मित संताली आदि। |
Bangla
1. Prose, Poetry |
(A) Jibansmriti- Rabindranath Thakur (Selected)
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(B) Poetry (Selected) Madhukari- Kalidas Roy
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(C) Grammar :- Samas, Sandhi, Bagdhara, Vinnarthak Shabdojngal. |
(D) Essay:- (One) |
मुण्डारी (मुण्डा)
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, सजीव-निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बझौवल। |
2. साहित्य |
(क) मुण्डारी लोक साहित्य- अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, मुण्डाओं का उद्भव और विकास। |
(ख) लोकगीत:- बा, करम, सोहराई, अड़ान्दि। |
(ग) कहानी:- करम कहानी, पशु-पक्षी, जीव जन्तुओं की कथा, पहाड़ों की कथा, देवी देवताओं की कथा, कविता आदि। |
(घ) निबन्ध:- बिरसा आन्दोलन उलगुलान, गया मुण्डा, चोट्टि मुण्डा, माडा परब, मुण्डाओं की उत्पति। |
3. साहित्यकार |
1. डॉ0 रामदयाल मुण्डा,
2. दुलय चन्द्र मुण्डा, 3. काण्डे मुण्डा |
हो
1. हो व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, काल, लिगं , वचन, पुरूष, विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, मुहावरे, कहावत, पहेली आदि। |
2. साहित्य
(i) पद्य संग्रह (ii) गद्य संग्रह |
(i) पद्य साहित्य:- लिटा मसुरि बिर विरड्, मा अरदास, बा अटेडाकन दिसुम बनो, जुलोः चा, एना दो ओकोन दिसुम तोरं। |
(ii) गद्य साहित्य:- बहरोत, गिंदरू देयोआं, मुनु दोस्तुर अर मागे पोरोव, बा पोरोव एंगा हयम ममरं, कक्हारम्बड, नुड़हाम, सिंग दिसुम। |
खड़िया
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, सजीव-निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय, मुहावरा, बुझावल आदि। |
2. साहित्य |
(क) खड़िया लोक साहित्य का उद्भव एवं विकास, अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, खड़िया जाति।
(ख) लोकगीत – जाड.कोर, करम, बन्दोई, जनम पर’ब, कदलेटा, मुरड’, कसासिड.। (ग) लोक कहानी – कथा कभनेइत। (घ) निबंध – शहीद तेलेंगा खड़िया, गोपाल खड़िया, खड़िया महासभा, बंदोई, जाड. कोर, करम, जनम पर’ब। |
3. साहित्यकार |
1. प्यारा केरकेट्टा
2. पौलुस कुल्लू 3. जुलियुस बा’ 4. डॉ0 रोज केरकेट्टा 5. जोवाकिम डॅुगडॅुग |
कुडूख (उरांव)
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया विशेषण, लिंग, वचन, पुरूष, पर्यायवाची शब्द, विपरीतार्थक शब्द, अनेक शब्दों के बदले एक शब्द, कहावत, मुहावरे, पहेली, काल आदि। |
2. साहित्य-गद्य साहित्य |
(क) जतरा अप सेन्दरा – बिरसा भगत।
(ख) कुडुख़र गही नेग अरा धरम – जम्वुआ कुजूर। (ग) अंजेला- इग्नसे कुजूर। (घ) राय साहब बंदीराम उराँव – अहलाद तिकी। (ङ) रूइदास कुडुख़ बेलस – ए॰ ग्रिगनाड। (च) टना भगतर – डॉ॰ फिलिप एक्का। |
3. पद्य साहित्य |
(क) जड़ी पेल्लो – दवले कुजूर
(ख) जतरा – डब्लयू जी0 आर्चर (ग) खेड्ड चम्बी -डॅा0 निर्मल मिजं (घ) रासी सुकखे गही -दवले कुजूर (ङ) अलखा अमके – जस्टिन एक्का (च) खद्द परिया – पदम् श्री जुवेल लकड़ा (छ) कुडुख़ लोक साहित्य, लोक गीत, कहानी एवं निबंध |
कुरमाली
1. व्याकरण:- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, विशेषण, विलोम शब्द, प्रत्यय, उपसर्ग, मुहावरे, पहेली (बुझौवल)। |
2. कुरमाली लोक साहित्य: लोक साहित्य का तात्पर्य, परिभाषा, वर्गीकरण एवं महत्व। |
3. लोकगीत: डाँइंडधरा गीत (पांतागीत), करमगीत, बिहारगीत, डमकच, ढपगीत। |
4. कहानी: सबरनाखा नदीक जन्म, सात भाई एक बहिन, करमा-धरमा, पुइतू बूढ़ा। |
5. निबंध: शहीद रघुनाथ महतो, शहीद निर्मल महतो, विनोद बिहारी महतो, सृष्टिधर सिंह देव कटियार,टुसू परब। |
6. साहित्यकार: डॉ0 नन्द किशोर सिंह, लखीकान्त मुतरूवार, केशव चन्द्र टिडुआर। |
खोरठा
1. गद्य भाग |
2. पद्य भाग |
सहायक पुस्तक-खोरठा गद्य-पद्य संग्रह |
(क) प्रकाशक- खोरठा साहित्यः साहितद्ध संस्कृति परिषद् बोकारो |
(ख) खोरठा निबन्ध-लेखक- डॉ0 बी0एन0 ओहदार |
(ग) डाह नाटक – सुकुमार |
(घ) फरीछ डहर (कहानी संकलन) – लेखक- पंचम महतो |
पद्य साहित्य:- | ||
सहायक पुस्तकें:- | ||
(क) एक पथिया डोगल महुआ- लेखक- सन्तोष महतो | ||
(ख) सोंध माटी – डॉ0 विनोद कुमार | ||
कविता भाग:- | ||
(ग) डिडांक डोआनी- लेखक- वंशी लाल वंशी | ||
(घ) तातल और हेमाल- लेखक- शिवनाथ प्रमाणिक |
कविता संग्रह |
3. खोरठा व्याकरण – लेखक- ए0के0 झा |
4. निबंध- समसामयिक विषय पर |
नागपुरी
1. व्याकरण |
वर्ण, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, क्रिया विशेषण, काल, धातु, क्रिया, वाक्य, अव्यव, उपसर्ग, प्रत्यय, समास, अनेक शब्द के बदले एक शब्द, विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द, समानार्थी शब्द। |
2. साहित्य |
(क) नागपुरी लोक साहित्य, लोकगीत, लोक कथा, बुझौवल, कहावत, मुहावरे।
(ख) लोकगीत में- फगुआ, डमकच, अंगनई, मरदानी झूमर, बंगला झूमर, उदासी, पावस, लहसुवा, झुमटा। (ग) लोक कथा से – वन हरनी कर बेटा, बुधू भंडारी, भाई-बहिन, बालमइत रानी। बनफूल भाग – एक- (नागपुरी गद्य-पद्य संग्रह)- डॉ0 कुमारी वांसती। |
पंच परगनिया
1. पंचपरगनिया व्याकरण:- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, वचन, लिगं , पुरूष, जीव-निर्जीव, समान शब्द, उल्टा शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बझौवल आदि। |
2. साहित्य-पंचपरगनिया, लोक साहित्य, अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, पंचपरगनिया भाषा का उद्भव एवं विकास। |
3. लोक गीत एवं मध्यकालीन कवियों के गीत – पुसगीत, बिहा गीत, सँहरइ गीत, करम गीत, मंत्र आदि। |
4. लोक कहानी- पँठी रानी, कारला रानी, चालाक बिलाइ, सिआर केर फेउ बुढा़ मुड़ेना लगाबे, भादा, बुधुवा आदि। |
5. निबंध- गोड़डीह केर वन अंचल, मुण्डाओं का गाँव धरमपुर, गीत-गोविन्द आर बइउकि, आदि। |
6. शिष्ट गीत/कविता-चंचलमन, उदवेग, रोक, दुख आदि। |
7. साहित्यकार-ज्योति लाल माहादानी, दीन बन्धु महतो, चन्द्र मोहन महतो, परमानन्द महतो, करमचन्द्र अहीर। |
उड़िया
1. गद्य विभाग
i. स्वाधीन चिन्ता | विश्वनाथ कर |
ii. ओड़िया जाति किए | गोपबन्धु दास |
iii. क्षमा | मायाधर मानसिंह |
iv. जातीय जीवन ओ संस्कृति | गोलक बिहारी धल |
v. लेखकर संसार | किशोरी चरण दास |
vi. मधुसूदन | चन्द्रशेखर रथ |
सहायक पुस्तक: गद्य धारा (ओडिशा राज्य पाठ्य पुस्तक प्रणयन संस्था, भुवनेश्वर) |
2. पद्य विभाग
i. एणु कपोत गुरू मोर | जगन्नाथ दास |
ii. मो जीवन पछे नर्के पडि थाउ़ | भीम भोइ |
iii. मुँ हाट बाहुड़ा | फकीर मोहन सेनापति |
iv. उठ कंकाल | गोदावरीश मिश्र |
v. ग्रामपथ | बिनोद चन्द्र नायक |
vi. शरत ऋतुर जन्ह | गुरू प्रसाद महान्ती |
सहायक पुस्तक:- पद्य धारा (ओडिशा राज्य पाठ्य पुस्तक प्रणयन संस्था, भुवनेश्वर) |
3. नाटक
i. बक्सी जगबन्धु | मनोरंजन दास |
ii. अभियान | कालीचरण पट्टनायक |
4. काव्य
i. पल्लिश्री | सच्चि राउतराय |
ii. चिलिका | राधा नाथ राय |
5. व्याकरण
विशेष्य, विशेषण, सर्वनाम, लिंग, वचन, पुरूष, कारक, विभक्ति, अव्यव, क्रिया, संधि, समास, युग्म शब्द, अनेकार्थक शब्द, एकपदी करण, साधारण अशुद्धि। |
पत्र -3 (सामान्य ज्ञान)
(क) सामान्य अध्ययन |
इसमें प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी के आस-पास के वातावरण की सामान्य जानकारी तथा समाज में उनके अनुप्रयोग के संबंध में उसकी योग्यता की जाँच करना होगा। वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलोकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मामलों की जानकारी जैसी कि किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। इसमें झारखण्ड, भारत और पड़ोसी देशों के संबंध में विशेष रूप से यथा संभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सम-सामयिक विषय – वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएँ, पुस्तक, लिपि, राजधानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्त्वपूर्ण घटनाएँ। भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, पर्यावरण, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आंदोलन, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएँ एवं भारत का संविधान एवं राज्य-व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पंचवर्षीय योजना। |
(ख) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान |
झारखण्ड की सभ्यता, संस्कृति, भाषा, स्थान, खान-खनिज, उद्योग, भूगोल एवं इतिहास, राष्ट्रीय आन्दोलन में झारखण्ड का योगदान, साहित्य, विकास योजनाएँ, खेल-खिलाड़ी, व्यक्तित्व, नागरिक उपलब्धियाँ, पुरस्कार, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विषय इत्यादि। |
(ग) कम्प्यूटर ज्ञान एवं कम्पयूटर पर हिन्दी टंकण से संबंधित ज्ञान |
इसमें कम्प्यूटर के विभिन्न उपकरणों एवं संचालन की विधि की जानकारी एवं कम्प्यूटर पर हिन्दी टंकण से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं। |
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